मुंबई, 22 मार्च, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को नासा के एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को ओवरटाइम सैलरी देने की बात कही है। दोनों एस्ट्रोनॉट 5 जून 2024 को NASA के जॉइंट ‘क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन’ पर गए थे। यह मिशन 8 दिन का था, लेकिन स्पेसक्राफ्ट के थ्रस्टर्स में गड़बड़ी की वजह से 9 महीने तक इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर फंसे रहे। इलॉन मस्क के स्पेसक्राफ्ट की मदद से उन्हें 19 मार्च को वापस लाया गया। इसे लेकर ट्रम्प से पूछा गया कि क्या वो दोनों एस्ट्रोनॉट को इस ओवरटाइम के लिए एक्स्ट्रा सैलरी देंगे? इस पर ट्रम्प ने कहा, किसी ने भी मुझसे इस बारे में कभी बात नहीं की। अगर मुझे करना पड़ा तो मैं अपनी जेब से इसका भुगतान करूंगा। उन्हें जो कुछ सहना पड़ा, उसके लिए यह बहुत ज्यादा नहीं है।
नासा के एस्ट्रोनॉट्स को सरकारी कर्मचारी माना जाता है। उन्हें दूसरे सरकारी कर्मचारियों के जैसे ही सैलरी मिलती है। एक्सटेंडेड मिशन (लंबे मिशन) के लिए एक्स्ट्रा सैलरी नहीं मिलती है, जिसमें ओवरटाइम, वीकेंड या छुट्टियों पर काम करना शामिल है। नासा, एस्ट्रोनॉट्स के आने-जाने, ठहरने और भोजन का खर्च उठाता है। इसके साथ ही छोटे-मोटे डेली खर्च के लिए अलग से 5 डॉलर (430 रुपए) भी देता है। सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की सैलरी क्रमशः 94,998 डॉलर (81.69 लाख रुपए) और 123,152 डॉलर (1,05 करोड़ रुपए) है। इसके अलावा अंतरिक्ष में बिताए कुल 286 दिन के लिए उन्हें 1,430 डॉलर (1,22,980 रुपए) मिलेंगे।
ट्रम्प ने शनिवार को नासा के अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने के लिए इलॉन मस्क का धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि अगर हमारे पास मस्क नहीं होते तो अंतरिक्ष यात्री वहां पर लंबे समय तक फंसे रहते। वह (इलॉन मस्क) इस समय बहुत मुश्किलों से गुजर रहे हैं। बता दें कि सोमवार को मस्क की टेस्ला कंपनी के शेयरों में 15% की गिरावट आई थी, इसके चलते कंपनी का मार्केट कैप 4 लाख करोड़ रुपए घट गया था। ये सितंबर 2020 के बाद कंपनी का सबसे बड़ा एक दिन का नुकसान है।